महोबा /उत्तर प्रदेश :महोबा में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सुबह से दोपहर 12 बजे तक छाई धुंध की चादर ने शहर को पूरी तरह से अपनी गिरफ्त में ले लिया, जिससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रही। ठंड के प्रकोप से बचने के लिए लोग दोपहर तक अपने घरों में दुबके रहे। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और दुकानदारों ने भी समय से अपनी दुकानें नहीं खोलीं। यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई, जिससे बसें और ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। रोडवेज बसों को हाईवे पर रेंगने जैसी गति से चलना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी दिहाड़ी मजदूरों, कामगारों और रिक्शा चालकों को हो रही है। रिक्शा चालक रमेश के अनुसार, गलन भरी ठंड में काम करना मुश्किल हो रहा है, लेकिन मजबूरी में घर से निकलना पड़ता है। यात्रियों की कमी से आमदनी भी प्रभावित हो रही है। रास्ते में जहां कहीं अलाव मिलता है, वहां हाथ सेंककर आगे बढ़ना पड़ता है।मामना गांव जा रहे सुरेश ने बताया कि इस कड़ाके की ठंड में गांव तक का सफर बेहद कठिन हो गया है। शरीर कंपकंपी से भर जाता है और सिर्फ आग का सहारा ही राहत दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक इसी तरह की स्थिति बनी रहने की संभावना है।