उत्तर प्रदेश /महोबा:महोबा में संत रविदास जयंती की शोभायात्रा समापन के दौरान हुए विवाद में पीड़ित दलित समुदाय के लोगों से मिलने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के आते ही लोगों ने अपने मकान के दरवाजे बंद कर लिए और पीड़ितों ने मिलने से ही मना कर दिया। यही नहीं इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए बृजलाल खाबरी ने विवादित बयान देते हुए कहा कि देश गोडसे की विचारधारा से चल रहा है और कुछ विचारधारा के लोग दलितों को कीड़ा मकोड़ा समझते है। यही वजह है कि हकीकत छुपाने के लिए सरकारी दबाव के चलते ही पीड़ित उनसे मिलने नहीं आए हैं। उन्होंने बातचीत में कहा की बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, गांधी जी, संत रविदास जी की विचारधारा पर गोडसे की विचारधारा हावी है। आपको बता दे कि श्रीनगर थाना क्षेत्र के भंडरा गांव में संत रविदास जयंती के दिन निकली शोभायात्रा समापन के समय वीडियो बनाने को लेकर यादव समाज के कुछ अराजकतत्वों द्वारा दलित समाज के लोगों के साथ मारपीट की गई थी। इस मारपीट में तीन दलित युवक घायल हो गए थे। इसी मामले में राजनीतिक फायदा लेने के लिए कांग्रेस का एक डेलिगेशन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के नेतृत्व में गांव पहुंचा था। जहां उन्हें उस समय निराशा हाथ लगी जब पीड़ितों ने न केवल मिलने से मना कर दिया बल्कि ग्रामीणों ने उन्हें देखते ही अपने दरवाजे बंद कर लिए। इस दौरान कांग्रेस नेता ने एक पीड़ित से फोन पर बात भी की जिसने गांव में न होने की बात कर मिलने से ही इनकार कर दिया। इस मामले को लेकर बृजलाल खाबरी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बड़ा विवादित बयान भी दें डाला और कहा कि मैं जिस स्थान पर मै खड़ा हूं और पूरा देश इस समय गोडसे की विचारधारा से चल रहा है। जहां कुछ विचारधारा के लोग दलितों को कीड़ा मकोड़ा समझते हैं। मैं तो पीड़ितों से मिलने आया था लेकिन खुद पीड़ित परिवार के लोग मुलाकात नहीं कर रहे कहीं ना कहीं सत्य को छुपाने के लिए सरकारी प्रेशर कम कर रहा है। ऐसे में कांग्रेस के डेलिगेशन ने गांव में बने संत रविदास मंदिर में दर्शन किया और बैरंग वापस लौट गए, जबकि पत्रकारों से बातचीत कर उन्होंने कहा कि इस समय बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, गांधी जी, संत रविदास जी की विचारधारा पर गोडसे की विचारधार हावी है।