प्रयागराज :
इस शताब्दी के सबसे बड़े महाकुंभ का विश्व साक्षी बन रहा है। “ना भूतो, ना भविष्यति” को साकार करते हुए, अब तक 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके हैं।
भारत की सनातन संस्कृति की दिव्यता और गौरव को विश्वभर में प्रदर्शित करता यह महाकुंभ, देश के सांस्कृतिक पुनरोत्थान और जागरण का प्रतीक बन चुका है। त्रिवेणी संगम में बिना किसी भेदभाव के श्रद्धालु स्नान, ध्यान और पूजा-अर्चना में लीन हैं।
युवाओं की अभूतपूर्व भागीदारी इस बात का संकेत है कि भविष्य सनातन की प्रकाशमयी आभा से आलोकित होने जा रहा है
समस्या है कि सदियों से हिंदुस्तान में कोई हिंदुओं को जगा नहीं पाया और #योगी आदित्यनाथ ने इस बार कुंभ के आयोजन को इतना भव्य बनाकर पेश किया की सदियों से सोए हुए हिन्दुओं की आत्मा जाग गई और हिन्दुस्तान के एक तिहाई हिन्दू कुंभ स्नान के लिए सब कुछ छोड़ छाड़ के लिए प्रयाग राज की तरफ दौड़ पड़े जिसका नतीजा ये निकला कि अभी तक 50 करोड़ से ज्यादा हिन्दू संगम में डुबकी लगा चुके हैं । ये देखकर हिन्दुओं को कई दशकों से जातियों में बाटकर हिंदुस्तान पर राज करने वाले लोगों के हाथ पांव फूल गए हैं और वो लोग इस इस आयोजन को असफल बनाने में जी जान से जुट गए हैं । सच तो यही है , इतने दुष्प्रचार के बावजूद प्रयाग राज आने वाले लोगों को उत्साह में कोई कमी नहीं हो रही है , बस यही बात सनातन विरोधियों को सोने नहीं दे रही है । क्योंकि अगर हिन्दुस्तान में रहने वाले हिंदू एकजुट हो गए तो बहुत से राजनीतिक घरानों और परिवारवादी पार्टियों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा । बस इसी डर की वजह से इन लोगों ने इस पूरे आयोजन को फेल करने में अपनी जान लगा दी है , सोचिए अगर ये श्रद्धालु एक जुट होकर प्रखर हिंदू वादी विचारधारा वाली पार्टी को सपोर्ट करने लगे तो इनके अस्तित्व का क्या होगा ? यही सच्चाई है बाकी सब बकवास है