महोबा /उत्तर प्रदेश :आपने बॉलीवुड की फिल्म “मिस्टर एंड मिसेस खिलाड़ी” जरूर देखी होगी जिसमें ससुर अपनी बेटी की शादी के बदले दामाद से एक करोड़ रुपये मांगता है ऐसा ही मामला बुंदेलखंड के महोबा में सामने आया है । पति का आरोप है कि ससुरालीजन उसकी पत्नी के बदले पाँच लाख रूपये की मग कर रहे है । यह कहानी कोई फिल्मी नहीं, बल्कि वह हकीकत है जो एक व्यक्ति पर गुजर रही है जिसे हर कोई सुनने वाला दंग हैएक पति अपनी पत्नी को घर लाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। थाने के बाहर शिकायती पत्र लेकर खड़ा शख्स शहजाद अपने टूटे हुए सपनों और बिखरे हुए परिवार को जोड़ने की आखिरी कोशिश करता नजर आया। शहजाद की शादी जनपद जालौन के निवासी नसीर और जुबैदा की बेटी तबस्सुम से कुछ वर्ष पूर्व हुई थी। शुरुआत में सब कुछ सामान्य रहा, दो बच्चों की किलकारियों ने उनके घर को रौशन किया। मगर वक्त ने करवट ली और तबस्सुम के मायके जाने के बाद उसका लौटना एक सौदे की शर्त बन गया। शहजाद का आरोप है कि उसके ससुर नसीर ने तबस्सुम को ढाई साल पहले मायके बुलाया और फिर वापस नहीं भेजा। जब-जब उसने अपनी पत्नी को घर लाने की कोशिश की, तब-तब उससे पैसों की मांग की गई, कभी थोड़ा, कभी ज्यादा। और अब मांग है पूरे पाँच लाख रुपये की। शहजाद का कहना है, “मैं कोई फिल्मी हीरो नहीं, जो हर बार लाखों रुपये दे सकूं। मैं एक आम इंसान हूं, मेहनत-मजदूरी से सिर्फ परिवार पाल सकता हूं। शहजाद की यही पीड़ा अब पुलिस थाने तक पहुंच चुकी है। उसने पुलिस से अपनी बीवी और बच्चों को वापस लाने की गुहार लगाई है।शहजाद द्वारा पुलिस से शिकायत करने पर महोबा पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल ने मामले को गम्भीरता से लिया है । उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति द्वारा पत्नी के बदले मायके पक्ष से पैसे की मांग की शिकायत की गई है।इस प्रकरण की गहनता से जांच कराई जा रही है । जांच के आधार पर कार्यवाही की जायेगी।
यह कहानी सिर्फ शहजाद की नहीं, उन सभी मजबूर पतियों की है जो अपने हक के रिश्तों को पैसों की नीलामी से बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। अब सवाल यह है कि क्या ससुरालवालों की लालच के आगे एक पिता, एक पति, और एक इंसान की भावनाएं हार जाएंगी? या फिर कानून और इंसाफ उसका साथ देंगे?
बहरहाल शहजाद को इंसाफ मिलेगा या नहीं, यह वक्त बताएगा। मगर उसकी आंखों में अब भी अपनों को वापस पाने की उम्मीद बाकी है।