कानपुर /उत्तर प्रदेश :कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस अब बेलगाम होती दिखाई दे रही है पुलिस का लचर रवैया अभी 1 दिन पूर्व बर्रा थाने में दिखा जहां पर राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला को खुद घंटों इंतजार करने के बाद भाजपा कार्यकर्ता से मारपीट के संबंध में अपनी दखलअंदाजी करनी पड़ी एवं एसीपी के स्वयं मौके पर पहुंचने पर पीड़ित का मेडिकल हुआ एक बार फिर से उत्तर प्रदेश शासन प्रशासन एवं कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की हाईटेक पुलिस ने फिर अपनी तानाशाही दिखाते हुए बीती रात कानपुर के ग्रामीण से किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष हर्ष प्रताप सिंह चौहान को जबरन थाना चकेरी ले गई। आपको बताते चले कि पूरा मामला कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के थाना चकेरी के अंतर्गत का है जहां पर पान मसाला दुकानदार की मारपीट में हुई मृत्यु के प्रकरण में ग्रामीण से किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष हर्ष प्रताप सिंह चौहान की प्रकरण से जुड़ी हुई संबंधित धाराओं की जानकारी लेते हुए एवं मुआवजे आदि को लेकर थाना चकेरी प्रभारी अशोक दुबे से बहस हुई जिसको लेकर पुरी पुलिस टीम हर्ष प्रताप सिंह चौहान को बलपूर्वक जबरन थाना चकेरी ले आई जिसकी जानकारी होने पर देर रात काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता थाने में पहुंचकर धरने पर बैठ गए और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाकर विरोध प्रदर्शन करने लगे घटना की जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे डीसीपी पूर्वी दिनेश त्रिपाठी ने प्रथम दृष्टया कार्यवाही करते हुए 2 आरक्षियों चंद्रवीर एवं तरुण नागर को दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया एवं घटना की जांच का भी आश्वाशन दिया ।