महोबा /उत्तरप्रदेश : महोबा के पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय में एक विवादास्पद निर्णय सामने आया है। विद्यालय प्रशासन ने कम उपस्थिति के कारण 9वीं और 11वीं कक्षा के 16 विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा में बैठने से रोक दिया है। जिसको लेकर परिजनों में नाराजगी है और विद्यालय पहुंचकर बच्चों को परीक्षा में बैठाए जाने की मांग की मगर प्रधानाचार्य ने विभागीय अधिकारियों के निर्देश के बाद ही परीक्षा में बैठा है जाने की बात कही।आपको बता दें कि केंद्रीय विद्यालय में प्रिंसिपल ने विभागीय निर्देशों का हवाला देते हुए कड़ा कदम उठाया और 16 विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा में बैठने से रोक दिया। जिसको लेकर विद्यार्थी और उनके अभिभावक खासे चिंतित हैं।अभिभावकों का कहना है कि इस संबंध में न तो छात्रों को और न ही उनके परिजनों को कोई पूर्व नोटिस दिया गया। आज से शुरू हुई परीक्षा में इन छात्रों को बैठने से रोक दिया गया है। इस कार्रवाई से प्रभावित छात्र और अभिभावक बेहद परेशान हैं। उनका कहना है कि इस निर्णय से छात्रों का एक पूरा शैक्षणिक वर्ष बर्बाद हो सकता है।हालांकि, विद्यालय के प्रिंसिपल महीपाल ने जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से परीक्षा की व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि निर्देशानुसार 50 फ़ीसदी विद्यालय में जिन विद्यार्थियों की उपस्थित नहीं थी उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया इसको लेकर आज बच्चों के अभिभावकों से बातचीत हुई है प्रयास किया जा रहा है कि उच्च अधिकारियों से बातचीत कर बच्चों को परीक्षा दिलवाई जाए।बहरहाल,ये मामला शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और संवाद की कमी को उजागर करता है। छात्रों के भविष्य से जुड़े इतने महत्वपूर्ण निर्णय में उचित प्रक्रिया का पालन न किया जाना चिंता का विषय है।
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