महोबा /उत्तर प्रदेश :महोबा शहर के ललिता भवन के पीछे एक दर्दनाक हादसे में तीन वर्षीय मासूम की डस्ट के ढेर में दबकर मौत हो गई। मासूम अपने घर के बाहर खेलते-खेलते अचानक लापता हो गया था। परिजनों ने उसे खोजने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन उसका पता नहीं चल सका। तीन घंटे बाद जब डस्ट उठाने के लिए ट्रैक्टर वहां पहुंचा, तब बच्चे का शव उस ढेर के नीचे से बरामद हुआ।आपको बता दें कि मूल रूप से बम्होरी कलां निवासी नरेंद्र यादव वर्तमान में महोबा शहर के ललिता भवन के पीछे परिवार सहित निवास करते हैं। गुरुवार सुबह करीब 7 बजे उनका तीन वर्षीय पुत्र रुद्राक्ष घर के बाहर खेल रहा था। कुछ देर बाद वह अचानक लापता हो गया। परिजनों ने इधर-उधर खोजबीन शुरू की, लेकिन मासूम का कोई सुराग नहीं लगा।बताया जा रहा है कि घर के पास ही अवैध रूप से डस्ट का एक बड़ा ढेर डंप किया गया था। संदेह जताया जा रहा है कि रुद्राक्ष इसी ढेर के पास खेलते वक्त अचानक ढहती डस्ट के नीचे दब गया। करीब तीन घंटे बाद जब डम्प संचालक के लोग ट्रैक्टर से डस्ट उठाने पहुंचे, तब बच्चे का शव ढेर के नीचे से मिला। इस दृश्य को देखकर वहां हड़कंप मच गया और परिजनों में चीख-पुकार मच गई।परिजन आनन-फानन में मासूम को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं, स्थानीय लोगों में भी भारी रोष व्याप्त है और उन्होंने अवैध डस्ट डंपिंग को लेकर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल में जुट गई है। मासूम की असमय मौत ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है।