महोबा /उत्तर प्रदेश:उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष# डॉ. संजय निषाद संवैधानिक जनयात्रा लेकर महोबा पहुंचे। निषाद जाति सहित 66 सूचियां को अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर यह यात्रा समाज को जागरूक करने का काम कर रही है। जिसमें बाइक रैली निकाल कर आगामी चुनाव में कार्यकर्ताओं से जुट जाने की अपील की गई। इस दौरान उन्होंने #शिवपाल यादव,# मायावती और #राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला तो वही चंद्रशेखर रावण पर भी तीखा प्रहार किया है। यही नहीं औरंगजेब के नाम को लेकर भी विरोधियों पर तंज कसा हैउत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद संवैधानिक जन यात्रा के दौरान महोबा पहुंचे। उन्होंने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। जहां उन्होंने राहुल गांधी को बहरूपिया नेता बताया और कहा कि यदि संविधान लागू हुआ होता तो निषाद जाति रोड पर नहीं रहती। कांग्रेस ने 66 समूह को संविधान से दूर रखा इसलिए अब हम आरक्षण की मांग कर रहे। कांग्रेस तो संविधान निर्माता अंबेडकर के विरोध में काम करती है।उन्होंने बीजेपी से गठबंधन कायम रखने की बात कहीं मगर सीटों को लेकर चुप्पी साध गए मगर कहा कि 200 सीट निषाद बाहुल्य है।बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष #मायावती द्वारा सरकार पर विशेष धर्म के लोगों को टारगेट करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि इन्हीं की सरकार में धर्म विशेष के लोगों को अपराधी और आतंकवादी बनाने का काम किया गया कहीं भी बम मिलता था तो इन्हीं के नाम की रिपोर्ट लगा दी जाती थी। अगर बीजेपी सरकार में ऐसा नहीं है धर्म विशेष के लोग भी हमारी सरकार में डॉक्टर और इंजीनियर पर रहे हैं। यही नहीं उन्होंने औरंगजेब को आदर्श और उसका प्रचार करने वाले लोगों को अपने बच्चों के नाम औरंगजेब रखने की नसीहत दें डाली। संभल के सीओ द्वारा दिए गए विवादित बयान पर उन्होंने कहा ये उनका निजी बयान है फिर भी उनसे स्पष्टीकरण लिया जाना चाहिए। यहां हिंदू-मुस्लिम सब एक हैं हमें एक दूसरे के धर्म पर टिप्पणी नहीं करनी है। बीजेपी तो विशेष धर्म के लोगों को बिना भेदभाव हर क्षेत्र में अवसर प्रदान कर रही है। उनके समय पर यह आतंकवादी हुआ करते थे वह हमारे सरकार में राष्ट्रवादी और भारतीय हो रहे है।शिवपाल यादव द्वारा #सीएम योगी को चाचा भतीजे पर समय बर्बाद करने और मुद्दों से भगाने के जवाब में उन्होंने कहा कि हम तो मुद्दों पर है तभी तो जनता हमारे साथ है। ये लोग जनता विरोधी है पिछड़ों और दलितों के नाम पर सिर्फ वोट लेते हैं काम नहीं करते है।मायावती द्वारा अपने भतीजे को पार्टी से निकाले जाने पर कहा कि पार्टी विचारधारा से चलती है और बीएसपी अंबेडकरवादी विचारधारा की सोच है। अंबेडकरवादी मतलब संविधान में मिले हक को दिलाने की सोच है ना कि अपने घर भरने, न तोड़फोड़ करने की सोच है। जिन लोगों ने उस पार्टी को बहुत कुछ दिया उन्हें देना चाहिए।वही नगीना सांसद चंद्रशेखर रावण द्वारा दलितों पर अत्याचार चरम पर होने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि जिसका नाम ही रावण हो वह अच्छी बात कैसे करेंगे।